SAvIND: पोर्ट एलिज़ाबेथ में कोहली एंड कंपनी एक नहीं दो इतिहास रचने के लिए तैयार
दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर गई टीम इंडिया के लिए अब तक सबकुछ मिला जुला रहा है। पहले दो टेस्ट में कोहली एंड कंपनी को जहां हार का सामना करना पड़ा था, तो जोहांसबर्ग में खेले गए तीसरे टेस्ट में मेहमानों ने जीत दर्ज करते हुए व्हाइटवॉश बचा लिया था। जोहांसबर्ग में मिली इस जीत ने मेहमानों के हौसले बुलंद कर दिए थे, जिसके बाद वनडे सीरीज़ में जीत की हैट्रिक लगाते हुए भारत ने मेज़बानों से करारा बदला लिया। हालांकि उसी जोहांसबर्ग में चौथे वनडे में प्रोटियाज़ ने पलटवार किया और सीरीज़ में पहली जीत दर्ज की। अब कारवां आ पहुंचा है पोर्ट एलिज़ाबेथ जहां आज खेला जाएगा पांचवां वनडे, टीम इंडिया की नज़र इसे जीतकर सीरीज़ पर कब्ज़ा करने की है तो मेज़बान टीम के पास सीरीज़ बचाने के लिए दोनों मैचों के जीतने के सिवाए और कोई विकल्प नहीं है।
भारतीय क्रिकेट टीम जब पोर्ट एलिज़ाबेथ पहुंची तो उन्होंने भी नहीं सोचा था कि उनका स्वागत शाही अंदाज़ में होगा। वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह टीम इंडिया का पारंपरिक अंदाज़ में होटल में स्वागत हो रहा है।
टीम इंडिया का स्वागत तो ढोल नगाड़ों के साथ हुआ, लेकिन पोर्ट एलिज़ाबेथ का ये मैदान भारत के लिए कभी ख़ुशियां लेकर नहीं आया है। इस मैदान पर टीम इंडिया ने अब तक 5 वनडे मुक़ाबले खेले हैं जिसमें से एक में भी जीत नसीब नहीं हुई है। इस मैदान पर मेज़बानों ने भारत को पिछली 4 भिड़ंत में शिकस्त दी है, इतना ही नहीं 2001 में तो टीम इंडिया को केन्या के हाथों भी इस मैदान पर हार मिली थी। यानी अगर दक्षिण अफ़्रीकी सरज़मीं पर वनडे सीरीज़ जीतकर इतिहास रचना है तो फिर इसके लिए आख़िरी वनडे से बेहतर यही मौक़ा होगा क्योंकि अगर पोर्ट एलिज़ाबेथ में जीते तो फिर एक नहीं बनेंगे दो-दो इतिहास।
भारत के लिए इस सीरीज़ में अब तक सबकुछ अच्छा जा रहा है, बल्लेबाज़ी में जहां विराट कोहली और शिखर धवन लाजवाब फ़ॉर्म में हैं। तो गेंदबाज़ी में कुलदीप यादव और युज़वेंद्र चहल की स्पिन जोड़ी भी जोहांसबर्ग से पहले क़हर बरपाती आई है। विराट कोहली ने अब तक इस सीरीज़ में 396 रन बनाए हैं तो शिखर धवन ने भी 271 रन अपने नाम किए हैं। कुलदीप (12 विकेट) और चहल (12 विकेट) ने मिलकर 24 विकेट अपनी झोली में बटोरी है।
लेकिन भारत के लिए चिंता का सबब हैं मिस्टर 200 स्पेशलिस्ट रोहित शर्मा का फ़ॉर्म, इस सीरीज़ में खेले गए 4 मैचों में रोहित का स्कोर रहा है 5,0,15 और 20। इतना ही नहीं अफ़्रीकी सरज़मीं पर वनडे मैचों की बात करें तो रोहित ने अब तक कुल 12 मैचों की 11 पारियों में महज़ 11.45 की औसत से सिर्फ़ 126 रन बनाए हैं। रोहित की प्रतिभा पर शायद ही किसी को शक है लेकिन प्रोटियाज़ सरज़मीं पर उनका ये प्रदर्शन किसी बुरे सपने से कम नहीं, इस मैच में रोहित के पास एक और मौक़ा ज़रूर होगा ताकि वह अपने पिछले सभी हिसाब बराबर करें।
भारत के लिए एक अच्छी बात ये है कि जोहांसबर्ग की पिच पर जहां चहल और कुलदीप बेअसर दिखे थे, इस मैदान पर एक बार फिर प्रोटियाज़ को इन दोनों कलाइयों के जादूगर का सामना करना मुश्किल हो सकता है। इसकी वजह है पोर्ट एलिज़ाबेथ की पारंपरिक धीमी पिच, हाल के दिनों में हुए घरेलू मैचों में भी इस पिच पर स्पिनर्स का कमाल जारी रहा है। हालांकि मौसम एक बार फिर बड़ी भूमिका निभा सकता है, क्योंकि दिन रात्रि वाले इस मैच की सुबह हल्की बारिश हुई है और दोपहर में भी बारिश की संभावना है। ऐसे में कुछ हद तक इस पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिल सकती है क्योंकि ज़ाहिर तौर पर पिच में नमी मौजूद होगी। इस बात की पूरी संभावना है कि यहां टॉस जीतने वाले कप्तान पहले गेंदबाज़ी करना मुनासिब समझेंगे, ताकि नमी का फ़ायदा भी उठाया जा सके और अगर मैच के बीच में बारिश आई तो रनों का पीछा करने वाली टीम को इसका फ़ायदा मिल सके जैसा जोहांसबर्ग में दक्षिण अफ़्रीकी टीम को मिला था। एक और अहम बात ये है कि इस मैदान पर आख़िरी बार कोई दिन रात्रि का मुक़ाबला 2011 में खेला गया था।
अब बात प्लेइंग-XI की, पिच के मिज़ाज को देखते हुए ये तो तय है कि मेज़बान टीम इस मैच में इमरान ताहिर और तबरेज़ शम्सी में से किसी एक स्पिनर को टीम में शामिल करेगी। जिसका मतलब ये हुआ कि लुंगी एनगीडी को बाहर बैठना पड़ सकता है, दूसरी तरफ़ डेविड मिलर और हेनरिक क्लासेन की लाजवाब पारियों ने फ़रहान बेहरदीन की वापसी पर क़रीब क़रीब प्रश्न चिह्न लगा दिया है।
तो वहीं टीम इंडिया की नज़र भी इस पिच को देखते हुए एक अतिरिक्त स्पिनर को उतारने पर होगी। केदार जाधव की मांसपेशियों में खिचांव अब तक सही नहीं हुआ है लिहाज़ा अगर वह फ़िट नहीं होते हैं तो श्रेयस अय्यर कुछ लेग स्पिन डाल सकते हैं, यही वजह है कि नेट्स में अय्यर ने काफ़ी गेंदबाज़ी की है। संभावना इसकी भी है कि अक्षर पटेल को टीम इंडिया नंबर-7 पर उतार सकती है जिसका फ़ायदा उनसे गेंदबाज़ी में उठाया जा सकता है। साथ ही साथ अगर एमएस धोनी भी गेंदबाज़ी करते हुए आपको पोर्ट एलिज़ाबेथ मैच में दिखे तो हैरान मत होइएगा क्योंकि धोनी ने भी नेट्स में ख़ूब गेंदबाज़ी की है और वह भी लेग स्पिन। जी हां, देखिए किस तरह धोनी डाल रहे हैं अक्षर पटेल के साथ लेग स्पिन।