सात फेरे भूल, पत्नी के सात टुकड़े कर जलाई थी चिता, अब खुद भी तोड़ा दम
कोरबा। पत्नी के टुकड़े-टुकड़े कर उसे आग के हवाले करने वाले पति की बुधवार को मौत हो गई। पत्नी की घर में चिता जलाने के बाद पति ने भी अपनी हाथ की नस काटकर खुदकुशी की कोशिश की थी। आरोपी का बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां उसने दम तोड़ दिया।
बीते 17 जनवरी को रजगामार चौकी क्षेत्र के प्रेमनगर बस्ती में रहने वाले बनवासी कश्यप ने धारदार हथियार से पहले पत्नी की हत्या कर दी और फिर शव के टुकड़े-टुकड़े कर उसे आग के हवाले कर दिया था। इस दर्दनाक हादसे के बाद आरोपी पति ने हाथ की नस काटकर खुदखुशी करने का प्रयास किया था। साथ ही शव को जलाते समय खुद भी आग की चपेट में आ गया था।
संदेह के चलते दिया वारदात को अंजाम
बनवासी कश्यप अपनी पत्नी पर संदेह किया करता था। जिस वजह से दोनों के बीच अक्सर झगड़ा भी होता था। 17 जनवरी को भी दोनों के झगड़े का कारण यही था। अपना होश खोकर बनवासी ने धारदार कुल्हाड़ी से लगातार कई बार वार कर अपनी पत्नी को मौत की नींद सुला दिया था। हैवानियत यहीं नहीं रुकी, उसने घर में रखे मिट्टी तेल शव पर छिड़क दिया और आग के हवाले कर दिया।
बच्चों के सिर से उठा मां-बाप का साया
बनवासी और जुगरी बाई का एक पुत्र और पुत्री है। हादसे वाले दिन बेटी अपने दादी के घर थी और बेटा हॉस्टल में था। घटना के बाद वनवासी ने खुदखुशी करने के लिए अपने हाथ की कलाई ब्लेड से काट ली थी, शव को जलाने के चक्कर में वह खुद भी झुलस गया।
खत्म होगा केस
इस मामले में पुलिस का कहना है कि, ‘अब आरोपी की भी मौत हो गई है, इसलिए इस मामले को खात्मे में डाल दिया जाएगा।