मां को घर में बंद कर तड़पता छो़ड गए बेटे, बहू करती थी मारपीट
रायपुर। जिसने महीनों दर्द सहा, जिसने पालने-पोसने के लिए अपने सारे दुख भुला दिए, जिसने अपनी उंगली उन्हें थामने को दी कि दुनिया की भीड़ में चल सकें, उन्हीं बेटों ने मां को अकेले तड़पने के लिए छोड़ दिया। राजधानी रायपुर की इस घटना ने रिश्तों से भरोसा उठा दिया है।
रायपुर में एक बीमार मां को बेटे कमरे में बंद कर चले गए। बूढ़ी मां भूखी-प्यासी बेहाल रही, मगर बेटों को कोई परवाह नहीं हुई। सूचना पाकर एक एनजीओ ने पुलिस के साथ महिला को बाहर निकाला। मां की हालत देख पुलिस की आंखें भी नम हो गईं।
जिसने देखा, उसकी आंखें हुईं नम
सरस्वती नगर थाना क्षेत्र के पिकाडली होटल के पीछे स्थित मारुती हाइट्स में अपनी बुजुर्ग मां को फ्लैट में बंद करके उसके तीन बेटे नए घर में चले गए। साथ ही फ्लैट की चाबी अपने चौकीदार को सौंप दी। घर में भूखी, प्यासी मां परेशान होती रही। आवाज सुनकर गार्ड ने जब ताला खोला तो हैरान रह गया। बुजुर्ग महिला बेहोशी की हालत में थी।
बहु पर मारपीट का आरोप
इसकी जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता को मिली तो वो पुलिस के साथ फ्लैट पहुंची। जहां बदहाल अवस्था में बुजुर्ग महिला को खाना खिलाया गया। बताया जा रहा है कि यह फ्लैट व्यावसायिक शंकर अग्रवाल का है। जो बुजुर्ग महिला का बड़ा बेटा है।
बताया जा रहा है बेटा मां के साथ मारपीट भी करता था। साथ ही उसकी पत्नी ने अपनी सास का खाना-पीना भी बंद कर दिया था। लोगों का कहना है कि बुजुर्ग महिला ने अपनी लड़खड़ाती जुबान में बताया कि बहु उनके साथ मारपीट करती थी और बेटा कुछ नहीं बोलता था।
इससे पहले भी एक ऐसा ही मामलो सामने आया था, जिसमें एक कलयुगी बेटे ने अपनी मां को तीन मंजिला इमारत से धक्का दे दिया था।