मेरठ में शपथ ग्रहण के दौरान वंदेमातरम गाने को लेकर हंगामा
यूपी के मेरठ में नगर निगम में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान वंदेमातरम गाने को लेकर मंगलवार को हंगामा हो गया. इससे पहले वंदेमातरम विवाद के बीच मेरठ में होने जा रहे मेयर और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के शुरू होने से पहले ही बसपा और भाजपा पार्षद आमने-सामने आ गए.
समारोह स्थल टाउन हॉल के बाहर भाजपाइयों ने बसपा के पोस्टर फाड़ दिए. महिला पार्षदों ने भी जमकर नारेबाजी की. टाउन हॉल के बाहर यातायात रोका गया. बड़ी मुश्किल से मौके पर मौजूद पुलिस हालातों को काबू में कर सकी. कार्यक्रम स्थल के अंदर घुसने के लिए भाजपाइयों की अधिकारियों से भी नोकझोंक हुई.
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के शुरू होते ही भाजपा के पार्षद खुद खड़े होकर वंदेमातरम गाने लगे. इस दौरान बसपा की मेयर सुनीता वर्मा कुर्सी से खड़ी नहीं हुई. वंदेमातरम भाजपा के पार्षदों ने जब खत्म किया तो उसके बाद भाजपा के पार्षद और उसके नेता मोदी और योगी के समर्थन में नारे लगाने लगे. मौके पर मौजूद अफसरों ने हंगामा कर रहे पार्षदों को किसी तरह समझा-बुझा कर शांत किया, जिसके बाद ही महापौर और पार्षदों की शपथ-ग्रहण कराई जा सकी. इस हंगामे पर बसपा महापौर सुनीता वर्मा ने कहा कि संविधान में वंदेमातरम का उल्लेख नहीं है. सदन में वहीं होगा, जो संविधान में लिखा होगा.
नवनिर्वाचित महापौर सुनीता वर्मा ने मीडिया से कहा, ‘संविधान के मुताबिक नगर निगम सदन में काम कराए जाएंगे. दरअसल, मीडिया ने मेरठ नगर निगम की मेयर सुनीता वर्मा से मीडिया ने वंदेमातरम कराने को लेकर सवाल किया था. इससे पहले पूर्व मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने सदन में ध्वनिमत से वंदेमातरम का प्रस्ताव अपने कार्यकाल में पारित कर दिया था. इसको लेकर मीडिया ने उनसे सवाल किया था. मेरठ नगर निगम बोर्ड में पार्षदों की संख्या 90 है. इनमें भाजपा के 36, बसपा के 28, सपा के 4, कांग्रेस के 2, रालोद और एमआईएम के एक-एक पार्षद जीत कर आए हैं.