महाराष्ट्र सहित पूरे देश में गणेशोत्सव प्रारंभ ‚मध्यप्रदेश में भी धूम
देशभर में गणेश चतुर्थी का त्योहार 25 अगस्त से आरंभ होगां। वहीं महाराष्ट्र सहित पूरे देश में गणेशोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। गणेशोत्सव देश भर में बड़े उत्साह से मनाया जाता है, लेकिन बात करें महाराष्ट्र की तो यहां गणेशोत्सव की धूम विशेष हा रहती है. दस दिनों तक गणेशोत्सव का त्योहार बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है.
लालबाग के राजा के दर्शन के लिए उमडती है भारी भीड
गणेशोत्सव पर मुंबई के सबसे प्रसिद्ध और इच्छालु लालबाग के राजा के दर्शन के लिए भारी भीड उमडती है। लालबाग के राजा को ‘नवसाचा गणपति’ भी कहा जाता है। यह सबसे प्रसिद्ध गणेश मंडल है। इसकी शुरुआत 1934 में हुई थी। इस बार इस मंडल में 4000 से अधिक महिला-पुरुष कार्यकर्ता सेवाएं देंगे। लालबाग के राजा में लोगों को काफी श्रद्धा है इसलिए इसके दर्शन के लिए काफी भीड़ जुटती है। अनुमान है कि इस साल हर मिनट करीब 1000 से 1200 लोग दशर्न करने पहुंचेंगे। दर्शन करने वालों की लाइन 5-6 किमी तक लंबी हो जाती है।
लाल बाग के राजा का 51 करोड़ का बीमा
बता दें कि मन्नतों के देवता लाल बाग के राजा का 51 करोड़ का बीमा हुआ है। जिसमें मंडप का 3.50 करोड़ रुपये का बीमा है, 7.5 करोड़ रुपये के गहनों का बीमा है, तीसरे पक्ष के देनदारियों को 10 करोड़ रुपये की राशि और 30 करोड़ रुपये तक की आकस्मिक बीमा राशि के लिए बीमा किया गया है.
मध्यप्रदेश में भी है गणेशोत्सव की धूम
घरों, गली—मोहल्लों में सजी झांकियां, विराजे गणपति
प्रदेश की राजधानी में गणेश चतुर्थी का पर्व इस वर्ष भी परंपरागत रूप से बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। शुक्रवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर गणेश मंदिरों में मंगला झांकी से लेकर शयन आरती तक विशेष आराधना की गई । लोगों ने घरों, गली—मोहल्लों में झांकियां सजाई और गणेश प्रतिमा स्थापित की। इस मौके पर गणेश मंदिरों में विशेष श्रृंगार एवं आकर्षक सजावट की गई है। सुबह से ही दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की कतारे लग गई थी। गणेश मंदिरों में लोगों ने भगवान को लड्डुओं और मोदक का भोग लगाया और परिवार की खुशहाली, सुख समृद्धि की कामना की।
सुबह से ही भगवान गणेश स्थापना के लिए लोग बाजारों में गणेश प्रतिमाएं, मोदक-लड्डू, पुष्प-हार और पूजा का सामान खरीदते दिखाई दिए। इस साल विभिन्न प्रचार प्रसार माध्यमों की ओर से लगातार फैलाई जा रही जागरुकता के चलते ज्यादातर लोग मिट्टी के इकोफ्रेंडली गणेश प्रतिमा की मांग करते दिखाई दिए। बाजारों में जगह-जगह गणपति की रंगीन मूर्तियां दिखाई दीं।
राजधानी भोपाल के अलावा इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर समेत लगभग सभी स्थानों पर गणेश चतुर्थी पर उत्सव का माहौल दिखाई दिया । अलग-अलग मुहूर्तों के कारण कई स्थानों पर रात तक गणेश प्रतिमा स्थापना का कार्यक्रम हुआ । लेकिन लोगों का उत्साह सुबह से चरम पर रहा। स्थान-स्थान पर ढोल-ढमाकों के साथ गणेश प्रतिमाएं ले जाने का सिलसिला सुबह से रात तक जारी रहा।
पत्नी साधना और बेटे संग सीएम शिवराज पहुंचे, गणेश प्रतिमा लेने
गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास में धार्मिक विधि-विधान और श्रद्धा-भाव से भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित की गई। शुक्रवार को वे पत्नी साधना सिंह और छोटे बेटे कुणाल के साथ ओपन जिप्सी में श्रीगणेश प्रतिमा लेने पहुंचे थे। शहर के माता मंदिर स्थित प्लेटिनम प्लाजा के पास से उन्होंने प्रतिमा खरीदी और बप्पा के जयकारे लगाते हुए सीएम हाउस पहुंचे। प्लेटिनम प्लाजा से मुख्यमंत्री निवास तक मार्ग में श्रीगणेश वंदना के बीच मुख्यमंत्री ने सभी का अभिवादन किया।
उन्होंने गणेश चतुर्थी पर प्रदेश और देश की खुशहाली और उन्नति की कामना की। उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर यही प्रार्थना है कि प्रदेश और देशवासी हमेशा सुखी रहे, सबका कल्याण हो। हम सभी सन्मार्ग पर चले और जनता की सेवा कर मानव जीवन को सार्थक बनाएं।
इस वर्ष गणेशोत्सव 10 नहीं बल्कि 11 दिनों तक मनाया जाएगा. गणेशोत्सव 25 अगस्त से आरंभ होगा तो वहीं 5 सितंबर को यानी अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन किया जाएगा.